Poem On World Sparrow Day

Poem On World Sparrow Day – गौरेया दिवस स्लोगन कविता

Poem On World Sparrow Day में पढेंगे 20 March को मनाये जाने वाले गौरेया दिवस पर कविता और स्लोगन  को और बचाए विलुप्त होती गौरेया की प्रजाति को, और इस पोस्ट को लिया गया हैं Animals Slogans के कॉलम से।

दोस्तों आज की पोस्ट खास हैं क्युकी यह पोस्ट हमारे बीच से हो रही विलुप्त चहचहाती फुदकती चिड़िया गौरेया पर आधारित हैं. दोस्तों जैसा की हम सभी जानते हैं की हमारे समाज में एक विशेष स्थान रखती हैं ये गौरेया जिनकी सुबह सुबह चहचहाती आवाज़ हमारे रोशनदान छतों पेड़ों और आंगन में सुनाई देती हैं।

और इनकी प्यारी दिल को छू लेने वाली मनमोहक चहचाहट भरी आवाज़ और इनका एक जगह से दूसरी जगह फुदकते देख कर हम सभी का दिल खुश हो जाता हैं।

लेकिन आज के इस दौर में यह प्रजाति लगातार विलुप्त होती जा रही हैं जो हमारे परिवार का एक हिस्सा हैं. अगर हम सही समय पर इनके लिए सही कदम ना उठाया तो वो दिन दूर नहीं जब यह नन्ही प्रजाति हमेशा के लिए धरती से विलुप्त हो जायेगी।

पर्यावरण विदों के अनुसार ये नन्ही चिड़िया जो आज विलुप्त होने के कागर में कड़ी हैं इसका मुख्य कारण हैं आधुनिकता की दौड़ में भाग रहे देश और बिगड़ता हमारा  पर्यावरण, जगह जगह मोबाइल टॉवरों का जाल, लगातार कटते पेड़, जंगल हैं. जिसके चलते ये नन्ही जान ख़त्म होती जा रही हैं।

और यही नन्ही जान हमें कई बिमारियों से भी बचाती हैं और हमारे लिए बहुत ही फायदेमंद भी होती, ये हमारे घर खेत खलियान में पाए जाने वाले कीट पतंगों को खाती हैं और इन्ही कीट-पतंगों से फ़ैलने वाली बिमारी से भी हमें बचाती हैं।

और साथ ही हमारे मानसिक डिप्रेशन को भी कम करती हैं  अपनी चहचहाती मीठी चहक से कभी घर के आंगन में कभी घर की रोशनदान पेड़ पर और इनकी मनमोहक आवाज़ और इनका एक जगह से दूसरी जगह फुदकते हुए देख कर मन प्रफुल्लित रहता हैं हम सब का।

लगातार विलुप्त हो रही इस प्रजाति से भारत ही नहीं पूरा विश्व चिंतित हैं और इसी को देखते हुए इन भोली भाली प्रजाति को बचाने के उद्देश्य से 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस (World Sparrow Day) को मामने का संकल्प लिया और इसी दिन पूरा विश्व स्पेरो डे के नाम से मनाता हैं और लोगो को जागरूक करता हैं ताकि आप भी इस मिशन में अपना योगदान दे और भोली भली नन्ही सी जान को बचाए।

Poem On World Sparrow Day

तो देर कैसी दोस्तों आईये पढ़ते हैं अब गौरेया दिवस स्लोगन कविता  को और शेयर करते हैं Facebook, Whatsapp और Instagram पर और लोगो को जागरूक करते हैं।

गौरेया दिवस स्लोगन नारे 

[su_note note_color=”#945b1c” text_color=”#ffffff” radius=”0″]चलो पुण्य कमाते हैं  गौरैया को बचाते हैं ….।।[/su_note]

  • Chalo Punya Kamate Hain, Gaureya Ko Bachate Hain ….।।

आओ हम आगे आये, मासूम गौरेया को बचाए ….।।

  • Aao Ham Sab Aage Aaye, Masum Gaureya Ko Bachaye।।

सुने पड़े आँगन में फिर से चहचहाट लाये चलो  गौरेया बचाए ….।।

  • Sune Pade Angan Me Fir Se Chahachahaat Laaye, Chalo Gaureya Bachaye।।

[su_note note_color=”#945b1c” text_color=”#ffffff” radius=”0″]जन-जन को करे जागरूक, गौरेया को बचाए हजूर ….।।[/su_note]

  • Jan-Jan Ko Kare Jagruk, Gaureya Ko Bachaye Hajur।।

आओ एक कदम हम भी बढ़ाये, घर में वापस चहचहाट चिड़ियों की लाये ….।।

  • Aao Ek Kadam Ham Bhi Badhaye, Ghar Me Wapas Chahachahat Chidiyon Ki Laye।।

आओ आंगन और छत पर रखे पर दाना पानी और इसी से बचेंगी हमारी प्यारी चिड़ियाँ रानी ….।।

  • Aao Angan Aur Chhaton Par Rakhe Daana-Pani Aur Isi Se Bachegi Hamari Pyaari Chidiyan Rani।।

[su_note note_color=”#945b1c” text_color=”#ffffff” radius=”0″]गौरैया को बचाते हैं. चलो यह मुहीम मिलकर चलाते हैं ….।।[/su_note]

  • Gaureya Ko Bachate Hain, Chalo Yah Muhim Milkar Chalate Hain।।

हर घर की छत पे पानी रखना हैं, गौरैया की प्यास बुझाना हैं ….।।

  • Har Ghar Ki Chhat Pe Pani Rakhana Hain, Gauraiya Ki Pyaas Bujhaana Hain।।

गौरैया को बचना हैं, वापस चहचहाट आंगन में लाना हैं ….।।

  • Gauraiya Ko Bachanaa Hain, Wapas Chahachahaat Angan Me Lana Hain।।

[su_note note_color=”#945b1c” text_color=”#ffffff” radius=”0″]ना बनो तुम बेरहम, दिखाओ चिड़ियों पर रहम ….।।[/su_note]

  • Naa Bano Tum Beraham, Dikhaon Chidiyon Pe Raham।।

अगर रखना हैं रौशनदान, आंगन को गुलज़ार, तो गौरैया को बचाना हैं यार ….।।

  • Agar Rakhana Hain Raushandaan, Aangan Ko Gulzaar, To Gauraiya Ko Bachaana Hain Yaar।।

[su_note note_color=”#945b1c” text_color=”#ffffff” radius=”0″]घर मकान में क्या बदला गौरैया रूठ गयी ….।।[/su_note]

  • Ghar Makaan Me Kya Badala Gauraiya Ruth Gayi ।।

Poem On World Sparrow Day


पहले उड़ती – फिरती थी,
ये हर डाली – डाली।
कौन – थी ये चिड़िया प्यारी ?
क्या नाम है इसका,
जरा – पूछो भईया ?
अरे ये चिड़िया है – गौरैया।।

पहले दिखती थी ये,
हर – घर आँगन में।
परन्तु अब है ये,
पक्षी संकट में।।

इसे बचाने के लिए,
करना पड़ेगा कोई उपाय।
ताकि ये चिड़िया,
इस धरती पर बच पाएँ।।

थोड़ा – सा दाना और थोड़ा – सा पानी,
अगर इसे मिल पाएँ।
तो इसकी प्रजाति,
इस धरती पर बढ़ जाएँ।।

यदि नहीं किया अभी ऐसा,
तो आने वाले वक्त में।
कभी ये खबर आयें,
एक छोटी – सी चिड़िया थी न्यारी।
नाम था जिसका गौरैया प्यारी।।

लेखक यशवर्धन श्रीवास्तव

लिए चोंच में तिनका चिड़िया देखती
इधर उधर खोजती
घने छांव वाला
एक शजर

पेट में दाना नहीं
भूख से व्याकुल चिड़िया
ढुंढ्ती आंगन वाला घर

कड़ी धुप में भरती
ऊंची लम्बी उड़ान
प्यासी चिड़िया
तलाशती जल से
भरा एक पोखर

छलक आते आंखों में आंसू
उदास चिड़िया
सोचती क्यों अपना रहा
इंसा आराकाशी
का हूनर

उजड़ते चमन को देख
हैरां परेशान हो
चिड़िया नोचती
अपने ही पर !!

इन्हें भी पढ़े:- Tuberculosis Slogans
लेखक:- भावना सिन्हा 

Poem On World Sparrow Day 20 March


ओ री गौरैया
क्‍यों नहीं गाती अब तुम

मौसम के गीत
क्‍यों नहीं फुदकती

मेरे घर-आंगन में
क्‍यों नहीं करती शोर

झुंड के झुंड बैठ बाजू वाले
पीपल की डाल पर

ओ री चि‍ड़ी
क्‍या तेरे घोंसले पर भी है

कि‍सी काले बि‍ल्‍ले की
बुरी नज़र

कि‍सी के आँगन
कि‍सी की छत पर

नहीं है तेरे लि‍ए
थोड़ी सी भी जगह

ओ री चराई पाखी
कहॉं गुम गई तेरी चीं-चीं

क्‍यों नहीं चुगती अब तू
इन हाथों से दाना

क्‍यों नहीं गाती
भोर में तू अपना गाना

ओ री छोटी चि‍ड़ि‍या
अब हैं पक्‍के मकान सारे

कहां बनाएगी तू घोंसला
चोंच में दबाकर

कहां ले जाएगी ति‍नका
ओ री मेरी गौरैया

रूठ न जाना, खो न जाना
आओ न

मेरे आंगन वाले आइने पर
अपनी शक्‍ल देख

फि‍र से चोंच लड़ाना
मेरे बच्‍चों को भी सि‍खा देना
संग-संग चहचहाना।

लेखिका :-  रश्मि शर्मा 

[su_note note_color=”#2e5cdb” text_color=”#ffffff” radius=”0″]दोस्तों अगर आप भी शराब  के प्रति लोगो को जागरूक करना चाहते हैं और इससे होने वाली बिमारी से लोगो को जागरूक करना चाहते हैं तो हमारे द्वारा की गयी Anti Alcohol Slogans पोस्ट जरुर पढ़े और शेयर करे [/su_note]

आप इन्हें भी पढ़े:-  50+Anti Alcohol Slogans

End Post :-

[su_note note_color=”#382454″ text_color=”#ffffff” radius=”0″]दोस्तों आज  के इस अंतरराष्ट्रीय गौरेया दिवस स्लोगन कविता  की पोस्ट को अब यही समाप्त करते हैं, और अगले पार्ट में तब तक के लिए इज़ाज़त दीजिये फिर मिलते एक और नयी पोस्ट लेके खास आपके…॥[/su_note]

Conclusion

【♥】 दोस्तों आशा करता हूँ की आप सभी को जागरूकता से जुड़ा हमारा 2021 Poem On World Sparrow Day in Hindi का यह पोस्ट पसंद आया होगा और आप भी विलुप्त होतो गौरेया की प्रजाति को लेकर लोगो को जागरूक करेंगे

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